मोटापे को लेकर पीएम मोदी ने दिखाई चिंता, योग दिवस पर आया मोदी जी का सुझाव

मोटापे को लेकर पीएम मोदी ने दिखाई चिंता, योग दिवस पर आया मोदी जी का सुझाव

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज पूरी दुनिया योग कर रही है।

 

international yoga day: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज पूरी दुनिया योग कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज विशाखापत्तनम में योग दिवस कार्यक्रम का नेतृत्व किया। प्रधानमंत्री मोदी ने विशाखापत्तनम में 3 लाख लोगों के साथ सामूहिक योग किया। पूरे देश में आज साढ़े तीन लाख से भी ज्यादा जगहों पर सामूहिक कार्यक्रमों के ज़रिये योग दिवस मनाया जा रहा है।

 

मोदी जी का सुझाव

आज योग दिवस के दौरान पीएम मोदी ने लोगों में बढ़ते मोटापे को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बढ़ता मोटापा पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है। उन्होंने मोटापे को एक "बहुत बड़ा और डरावना" आंकड़ा बताया है, जिसके 2050 तक भारत में लगभग 44 करोड़ लोगों को प्रभावित करने की आशंका है। मोटापे को कंट्रोल करने के लिए क्या करना चाहिए इसे बारे में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुझाव दिया।

तेल का करें कम उपयोग

इस गंभीर चुनौती से निपटने के लिए, प्रधानमंत्री ने एक सीधी और प्रभावी सलाह दी है। बकौल प्रधानमंत्री, अपने खाने में 10% तेल कम करने का चैलेंज शुरू करें। खाने में ज़्यादा तेल का इस्तेमाल मोटापा बढ़ने का एक मुख्य कारण है। प्रधानमंत्री मोदी का यह आह्वान न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि 'सर्वे संतु निरामया' के भारतीय दर्शन को भी दर्शाता है, जिसका अर्थ है 'सभी रोग मुक्त हों'। तेल की खपत में कमी लाना मोटापे से लड़ने की दिशा में एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण कदम हो सकता है, जिससे लाखों भारतीयों के स्वास्थ्य में सुधार आ सकता है।

योग को अपनाएं

नियमित योगाभ्यास शरीर को लचीला बनाता है, मांसपेशियों को मजबूत करता है और चयापचय (मेटाबॉलिज्म) को बढ़ाता है, जिससे कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है। भले ही योग उच्च-तीव्रता वाले व्यायाम जितना कैलोरी न बर्न करे, लेकिन कुछ आसन और योग प्रवाह, जैसे सूर्य नमस्कार, तेजी से कैलोरी बर्न करने में मदद करते हैं। योग मांसपेशियों को मजबूत और टोन करता है, जिससे शरीर का बेसल मेटाबॉलिक रेट (BMR) बढ़ता है।बढ़ी हुई मांसपेशियां आराम करते समय भी अधिक कैलोरी बर्न करती हैं। योग अभ्यास से माइंडफुलनेस बढ़ती है। यह आपको अपनी भूख और तृप्ति के संकेतों के प्रति अधिक जागरूक बनाता है, जिससे आप ओवरईटिंग से बचते हैं और स्वस्थ खाने की आदतों को अपनाते हैं।